रॉयल एनफील्ड कंपनी का इतिहास [Bullet, Established, Wiki] | Royal Enfield Company Bullet History Hindi

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रॉयल एनफील्ड का नाम कोई ना सुना हो ऐसा हो नहीं सकता क्योंकि आज के समय में यह युवाओं का सबसे पॉपुलर मोटरसाइकिल (Bullet Bikes) में से एक है।

और हो भी क्यों ना क्योंकि इसकी आवाज और स्टाइलिश लूक में कुछ अलग ही दम है इसी कारण सबसे ज्यादा लोकप्रिय है।

रॉयल एनफील्ड कंपनी (Royal Enfield Company) का नाम सबसे पहले “पैरीज़ साइकिल कंपनी” थी जो 1890 में स्थापित हुई थी जो कुछ वर्षों बाद बदल कर एनफील्ड मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड हो गया।

और अभी Royal Enfield Company के नाम से इसको जानते हैं जो भारत समेत अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया के देशों में काफी प्रचलित है।

जो 349 सीसी से लेकर 648 सीसी तक की बाइक बनाती है भारत में रॉयल एनफील्ड सबसे ज्यादा लोकप्रिय सन 2000 में हुआ था जिस समय इस कंपनी के सीईओ के पद पर सिद्धार्थ पाल आए।

तो चलिए अब हम इसकी पूरी हिस्ट्री (History) के बारे में जानते हैं कि कैसे यह बुलेट (Bullet) इतना लोकप्रिय हो गया।

Royal Enfield
Royal Enfield

बुलेट का परिचय (Bullet Parichay)

रॉयल एनफील्ड भारत की एक जाने माने और लोगो की Dream Bike मे से एक है क्योकि आज के समय मे Royal Enfield बुलेट लोगो का सपना बन गया है और इसे पाने के लिए लोग इसके पीछे पड़े रहते है इस bullet की हर जगह चर्चा करते है।

यह bike बहुत पहले से Police Officer के पास होता था जिससे बुलेट के आवाज़ से लोग पहचान जाते थे की पुलिस आ रही है लेकिन आज के समय मे यह आम हो गया है और हर लोगो के पास Royal Enfield रहने लगी है।

इसकी आवाज़ लोगो मे काफी ज्यादा मशहूर है आ8र लोग इसके दीवाने है क्योकि कंपनी बदलते वक्त के साथ हर चीज़ की सुविधा देती जा रही और इस bike को शानो शौकत की बाइक भी माना जाता है।

कंपनी की शुरुआत  (Royal Enfield Company Opening)

इस कंपनी की शुरुआत सबसे पहले 1890 में एलबोर्ट ने की थी जो एक साइकिल निर्माता थे एलबोर्ट ने भारतीय व्यापारी के साथ मिलकर इस कंपनी का नाम पैरिस साइकिल कंपनी रखी।

कुछ समय बाद एलबोर्ट लंदन घूमने के लिए गए थे इसी समय इन्होंने किसी जगह का नाम एनफील्ड (Enfield) लिखे हुए देखा उसके बाद इसी नाम के आधार पर अपनी कंपनी का नाम बदलकर एनफील्ड मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड रख दिया।

रॉयल एनफील्ड भारत में स्थापना (Royal Enfield History In India)

रॉयल एनफील्ड वैसे तो भारत में सन 1949 में आ गई थी लेकिन लोगों के बीच यह 1955 में लोकप्रिय हुआ था।

जब यह भारत में लोकप्रिय हो गया उसके बाद सन् 1994 में आयसर ग्रुप में रॉयल एनफील्ड का अधिग्रहण कर इसका मुख्यालय भारत के चेन्नई में स्थापित किया।

शुरुआती समय में रॉयल एनफील्ड रूस सरकार के लिए काम करती थी और उसी के लिए बहुत सारी डिजाइन के बाइक बनाकर रूस को बेचती थी।

रॉयल एनफील्ड दूसरे देशों में मांग (Other Country Demand)

इस बाइक (Bikes ) को आकर्षक बनाने के लिए तेल की टंकी को चेन्नई के दो कलाकारों द्वारा पेंट कराया जाता था धीरे-धीरे इसके चलन के बाद Royal Enfield रूस के अलावा ब्रिटेन में भी भेजा जाने लगा।

इस तरह से रॉयल एनफील्ड 350CC बुलेट के शानदार प्रदर्शन और इसी के साथ 1955 तक यह मार्केट में अच्छी पकड़ बना ली थी।

350cc बुलेट (Bullet Bikes)  की लगातार मांग को देखते हुए कंपनी ने 400 सीसी का भी बुलेट निकाली जो आज भी मार्केट में छाया हुआ है।

और इस तरह से सभी तरह से देखा जाए तो रॉयल एनफील्ड दुनिया का सबसे पुराना मोटरसाइकिल कंपनी है और यह ऐसी कंपनी है जो दो चक्का वाहन में डिस्क ब्रेक देने वाली पहली कंपनी है।

इस तरह से इनका मार्केट रूस, ब्रिटेन भारत के अलावा अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया में भी Royal Enfield की सप्लाई होने लगी और अभी भी इसकी अच्छी खासी मांग है।

भारत के लिए टर्निंग प्वाइंट

1955 में आई कंपनी रॉयल एनफील्ड का मार्केट अच्छा खासा चल रहा था लेकिन 1990 के दशक में इसका मार्केट डूबने वाला था और बंद होने के कगार पर चला गया था।

इसी समय सन 2000 में इसका टर्निंग प्वाइंट आया जिसमें 26 वर्ष के सिद्धार्थ पाल को इस कंपनी का सीईओ बनाया गया।

सिद्धार्थ पाल ऐसे व्यक्ति थे जिस को पता था की कंपनी डूब चुकी है लेकिन उनको यह भी बात मालूम थी की हम या तो नई कंपनी स्टार्ट कर सकते हैं या पुरानी कंपनी के बारे में सोच सकते हैं ।

इसी का ध्यान रखते हुए सिद्धार्थ अपना पूरा मन बना लिया था कि चाहे कंपनी को 10 साल भी क्यों ना लगे लेकिन काम इसी में करना है।

इसके बाद इस गाड़ी के लिए युवाओं को टारगेट किया और डिस्ट्रीब्यूटर के माध्यम से युवाओं के पास इस गाड़ी (Bullet Bikes)  का प्रमोशन करने और इसकी खामी बताने के लिए पेश करते थे।

और इसी के मदद से इसमें कुछ ना कुछ छोटे-छोटे सुधार करते थे और आखिर कर फिर से रॉयल एनफील्ड लोगों के बीच लोकप्रिय हो गया और आज के समय में हर किसी का एक सपना होता है कि हमारे Royal Enfield बाइक हो।

रॉयल एनफील्ड की कीमत (Royal Enfield Bullet Price In India, Classic)

346 CC1.27 – 1.45 लाख183 KG
349 CC1.79 लाख183 KG
411 CC2 – 2.10 लाख191 KG
499 CC1.81 लाख194 KG
648 CC2.86 – 3 लाख198 KG
648 CC2.7 – 2.91 लाख202 KG

ये एक कंपनी द्वारा बताई गई कीमत (Price) है, जो अलग-अलग राज्य मे टैक्स के हिसाब से थोड़ा बहुत उपर नीचे हो सकता है।

रॉयल एनफील्ड की कुछ रोचक बातें (Royal Enfield Interesting Facts)

वैसे तो इसकी बहुत सारी रोचक बातें हैं लेकिन हम कुछ मुख्य बातों के बारे में आपको बताना चाहते हैं-

यह भारत का पहला 4 स्ट्रोक इंजन वाली मोटरसाइकिल में से एक है।

रॉयल एनफील्ड Company जहां शुरुआत हुई थी वहां इसका उत्पाद अब बिल्कुल बंद हो गया है अब यह ज्यादातर भारत-ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका मे देखने को मिलता है।

इसकी सबसे बड़ी रोचक बात (Interesting Facts) यह है कि जब इसकी शुरुआत हुई थी तो मात्र यह काले रंग में ही उपलब्ध होती थी लेकिन अब तो इनकी बहुत सारे कलर वेरिएंट हमको देखने को मिलता है।

भारत में रॉयल एनफील्ड सबसे ज्यादा स्टाइलिश लुक और आवाज के लिए भी प्रसिद्ध है।

पहले के समय में बुलेट (Bullet Bikes) को भारत के जवानों और पुलिस के पास ही देखी जाती थी लेकिन आज तो यह सबसे ज्यादा युवाओं का पसंदीदा बाइक (Bike) में से एक बन गया है।

इसकी और कुछ रोचक बातें करूं तो आपको पता है भारत में हम दबंग के रूप में सलमान खान को जानते हैं उसी तरह से रॉयल एनफील्ड बाइक में दबंग है।

Royal Enfield कंपनी बंद होने के कगार पर आ गई थी सन 2000 मे का टर्निंग प्वाइंट आया और फिर लोगों में यह लोकप्रिय हो गया।

इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है जब हम छोटे थे तब हम royal enfield की आवाज़ सुनते ही डर जाते थे की पुलिस आ रही है इसलिए हम लोगो का कथन बन गया था “भागो रे भागो बुलेट आ रही है” ।

FAQ

Q. बुलेट का आविष्कार कब हुआ?

Ans. सबसे पहले Bullet 350 सन् 1931 में लॉन्च हुआ था।

Q. रॉयल एनफील्ड ओनर नाम?

Ans. आयशर मोटर्स

Q. रॉयल एनफील्ड की स्थापना कब हुई?

Ans. 1955

Q. बुलेट किस देश की कंपनी है

Ans. वैसे यह विदेशी Company थी लेकिन सन् 1994 में आयसर ग्रुप ने रॉयल एनफील्ड का अधिग्रहण कर इसका मुख्यालय भारत के चेन्नई में स्थापित किया

मुझे आशा है कि आप को हिंदी में जानकारी History Of Royal Enfield In Hindi जरूर पसंद आई होगी अगर पसंद आई है तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें और अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं जिससे हम आपके लिए और कुछ रोचक जानकारी ला सकें।

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