नाटो (NATO) क्या है [Countries, Full Form, Founders, मुख्यालय] | Nato Kya Hai Members Hindi Headquarters         

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दुनिया में कई दिनों से चर्चित समाचार रूस और यूक्रेन के बीच आखिरकार युद्ध छिड़ गया है जिसमें यूक्रेन ने ऐलान किया है कि वह नाटो (NATO) में शामिल होना चाहता है।

इस कारण से रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण कर दिया है और इसमें कई लोगों की जनहानि होने लगी है क्योंकि नाटो एक बहुत बड़ा लगभग 30 देशों का सैन्य संगठन माना जाता है।

जिसमें 30 देशों के सैनिक हर परिस्थिति और स्थिति में सैनिकों का साझा करते हैं तो आइए अब डिटेल में जानने का प्रयास करते हैं कि नाटो क्या है और इसमें कौन-कौन से सदस्य देश शामिल है।

नाटो क्या है (Nato kya hai)

दुनिया में सैनिकों की शक्ति को मजबूत बनाने के लिए कई देशों ने मिलकर संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना की थी इसमें सैन्य संगठन बनाया गया था जिसमें लगभग 30 देश शामिल है और इस संगठन में शामिल देश को हर नियम और कायदे का पालन करना पड़ता है नहीं तो उस देश पर कड़ी कार्यवाही भी की जाती है और विकट परिस्थिति आने पर नाटो में शामिल देश के सैनिकों का आदान-प्रदान होता है क्योंकि यहां के सैनिक हर तरह से इंटरनेशनल ट्रेनिंग लिए हुए होते हैं

नाटो का फुल फॉर्म होता है (Nato ka pura name, Full form)

इसका Full form- North Atlantic Treaty Organization (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) है। जिसकी स्थापना 4 अप्रैल 1949 को हुआ था इसका दूसरा नाम अटलांटिक अलायंस भी है।

मुख्यालय ( NATO Headquarters)

नाटो का Headquarters बेल्जियम की राजधानी ब्रूसेल्स में शहर में स्थित है।

नाटो में शामिल होने के फायदे ( NATO sadasya ke fayde)

अभी के समय में नाटो में लगभग 30 देश शामिल है तो इसमें शामिल होने के बहुत सारे फायदे देखने को मिलता है।

जैसे कहीं भी युद्ध छिड़ जाता है तो जनधन की हानि बहुत होती है तो ऐसी स्थिति में नाटो में शामिल देश के सैनिकों को उस युद्ध में शामिल होने का इजाजत मिल जाता है जिससे देश का काफी मसला हल हो जाता है।

और युद्ध से ग्रसित desh को दूसरे देश से भी सैनिक सुरक्षा मिल जाता है।

यूक्रेन का NATO में शामिल होना

जैसे ही यूक्रेन और रूस का युद्ध छिड़ गया तब यूक्रेन देश में ऐलान कर दिया कि वह नाटो में शामिल होने वाला है इस कारण रूस को इसका झटका लगा।

इस कारण रूस ने यूक्रेन पर हमला तगड़ा कर दिया है क्योंकि अगर यूक्रेन नाटो में शामिल हो जाएगा तो यूक्रेन शक्तिशाली बन जाएगा जिससे रूस को काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है इसीलिए यूक्रेन को रूस ने चेतावनी दी है कि वह नाटो में शामिल होने से बचे नहीं तो आपके देश के बहुत जनहानि होने वाली है।

नाटो में सदस्य शामिल देश (Nato members countries list)

अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए धीरे-धीरे बहुत से देश इसमे शामिल ही रहे है जिसमे से कुछ देश शामिल है –

संयुक्त राज्य अमेरिका
यूनाइटेड किंगडम
फ्रांस
कनाडा
इटली
नीदरलैंड
आइसलैण्ड
बेल्जियम
लक्जमर्ग
नार्वे
पुर्तगाल
डेनमार्क
अल्बानिया
बुल्गारिया
क्रोएशिया
चेक रिपब्लिक
इस्तोनिया
जर्मनी
ग्रीस
लातविया
लिथुआनिया
लक्जमबर्ग
मोंटेनिग्रो
पोलैंड
स्लोवाकिया
स्लोवेनिया
स्पेन
तुर्की
रोमानिया

FAQ

Q. नाटो का मुख्यालय कहां है?

Ans. नाटो का Headquarters बेल्जियम की राजधानी ब्रूसेल्स में शहर में स्थित है।

Q. क्या पाकिस्तान नाटो का सदस्य है?

Ans. नहीं

Q. नाटो के महासचिव कौन है?

Ans. डेनमार्क के प्रधानमंत्री एंडर्स फो रासमुसेन वर्तमान नाटो के महासचिव है ।

Q. नाटो की स्थापना कब हुआ?

Ans. नाटो की स्थापना 4 अप्रैल 1949 को हुआ था।

Q. क्या भारत नाटो का सदस्य है?

Ans. नहीं

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