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असंग देव जी महाराज आज के समय में लोगों में काफी ज्यादा प्रचलित हो रहे हैं इनकी कथा इनके यूट्यूब चैनल पर लाइव प्रसारण होता है उसी के साथ आस्था भजन में भी इनकी सत्संग कथा लाखों लोग श्रवण करते हैं।
असंग साहेब का जन्म 20 अक्टूबर 1966 को सहानी गांव उत्तर प्रदेश में हुआ था Asang Dev Maharaj की एजुकेशन की बात करें तो इन्होंने m.a. तक शिक्षा प्राप्त की है।
इन्होंने 7 जून 1987 को सन्यास धारण किया और पूर्ण रूप से ब्रह्मचर्य का पालन करना चालू कर दिया और धीरे-धीरे सत्संग कथा का प्रवचन देना चालू कर दिया और आज के समय में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में इनकी कथा सबसे ज्यादा होती है।
तो चलिए अब असंग देव महाराज जी का डिटेल में जीवन परिचय जानने का प्रयास करते हैं।
Table of Contents
असंग देव महाराज की जीवनी Biodata (Asang Saheb Maharaj Biography Hindi)
पूरा नाम (Real Name) | असंग देव |
उपनाम (Nick Name) | असंग साहेब |
पेशा (Profession) | कथा वाचन |
पिता का नाम (Father Name) | ज्ञात नहीं |
आयु (Age) | 56 वर्ष (2022) |
जन्म स्थान (Birthplace) | सहानी गांव उत्तर प्रदेश |
जन्म (Date Of Birth ) | 20 अक्टूबर 1966 |
धर्म (Religion) | हिन्दू |
गुरु | Shri Shama Dev |
स्कूल (School) | ज्ञात नहीं |
कॉलेज (College/University) | कानपूर यूनिवर्सिटी MA मेरठ यूनिवर्सिटी Finance |
Caste (Cast) | ज्ञात नहीं |
पत्नी (Marital Status/Wife) | NA |
शिक्षा (Education/Qualification) | MA |
निवास (Hometown) | लखीमपुर खीरी |
उचाई (Height) | 5.9 इंच 173 CM |
वजन (Weight) | 68 Kg |
Net Worth | ज्ञात नहीं |
Youtube Channel | Click Here |
Website | Click Here |
असंग देव जी महाराज की जन्मभूमि (Asang Dev Birthday, Age)
महान संत श्री असंग देव जी महाराज का जन्म 20 अक्टूबर 1966 को सहानी गांव में हुआ था। जो की उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में पड़ता है।
इनके जन्म से परिवार में सभी लोग बहुत खुश हुए। बचपन से ही सरल स्वाभाव और हसमुख चहरे से सबके चहेते थे।
असंग साहेब की शिक्षा (Asang Saheb Education)
इनकी प्रारंभिक शिक्षा निकट के गांव के स्कूल से ही हुयी। यहाँ से हाई स्कूल पास करने के बाद, इन्होने कानपूर यूनिवर्सिटी से MA की डिग्री हासिल की। इसके अलावा इन्होने मेरठ यूनिवर्सिटी से फाइनेंस में भी डिग्री हासिल की है।
असंग देव महाराज का धार्मिक सानिध्य सत्संग (Asang Dev Maharaj Satsang)
इनके धार्मिक सानिध्य की शुरुआत सन 1987 में हुआ जब Asang Saheb जी पहली बार 20 January 1987 को श्री Shama Dev जी से मिले थे।
उनसे प्रभावित होकर इन्होने 7 जून 1987 को ब्रम्हचर्य धारण कर लिया। इनके संत जीवन की शुरुआत गुरु श्री Shama Dev जी के आशीर्वाद से 7 जुलाई 1989 को हुयी।
श्री असंग देव जी के प्रवचन सुनाने के लिए हजारो श्रद्धालु आश्रम आते है । और इनके प्रवचन कार्यक्रम देश विदेश के अलग अलग स्थानों पर समय समय पर होता रहता है, जहा पर श्रद्धालु इनके प्रवचन से लाभान्वित होते है।
इसके अलावा गुरु जी के प्रवचन का प्रसारण टीवी पर भी रोज होता है। प्रवचन का प्रसारण रोज रात 9 बजे से लेकर 9:30 तक आस्था टीवी पर होता है।
इनके भजन प्रवचन को सुन कर बहुत सारे लोगो ने धूम्रपान, शराब, ड्रग्स आदि के सेवन से छुटकारा पाया है।
अब इतना पढ़ने के बाद आपके मन में यह जिज्ञासा भी होगी की Asang Dev Maharaj जी का आश्रम कहा स्थित है ? तो आइये अब जानते है की श्री असंग देव जी का आश्रम कहा पर स्थित है ।
असंग देव महाराज का आश्रम (Asang Dev Maharaj Ka Ashram)
सद्गुरु मानव सेवा आश्रम भारत के पूर्वी छोर नेपाल बॉर्डर पर है। जहा नेपाल का दक्षिणी छोर भारत की सीमा से लगा हुआ है। जहा आश्रम स्थित है उस जगह का नाम लखीमपुर खीरी है।
आश्रम समुद्र तल से ऊपर स्थित है और उसके आस पास का दृश्य बहुत ही सुन्दर है। आश्रम के चारो ओर आपको नदी झील जंगल आदि दिखाई पड़ेगा। अगर मौसम साफ़ हो तो आपको वह से हिमालय पर्वत भी दिखाई देगा।
असंग साहेब के प्रवचन सत्संग (Asang Saheb Ke Pravachan)
गुरु जी का सत्संग और प्रवचन सुनने के लिए आप आस्था टीवी चैनल पर रात्रि 9 बजे से 9:30 के बीच देख सकते है। वैसे देश विदेश में इनके प्रोग्राम होते रहते है।
अगर आपके शहर या आसपास कोई प्रवचन प्रोग्राम होता है तो वहा से भी आप लाभ उठा सकते है। आने वाले समय में होने वाले प्रोग्राम की जानकारी के लिए आप वेबसाइट www.asangdev.com पर देख सकते है।
इसके आलावा आप इनके यूट्यूब चैनल पर भी प्रवचन देख सकते है। संत श्री असंग देव के नाम से यूट्यूब चैनल जिस पर 1 मिलियन से भी ज्यादा सब्सक्राइबर है।
इसके अलावा सत्संग की सीडी और Pendrive भी उपलभ्ध है जिसको की आप आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर खरीद सकते है।
असंग साहेब प्रोग्राम (Asang Dev Maharaj Program)
Asang Dev के होने वाले प्रोग्राम की जानकरी इनकी वेबसाइट पर उपलब्ध रहती है। वहा से पता कर सकते है की कौन -2 सा प्रोग्राम आने वाले समय में होने वाला है। प्रोग्राम का Date, Time और जगह का भी पूरा डिटेल आपको मिल जायेगा।
ऑनलाइन प्रोग्राम बुकिंग (Online Program Booking)
अगर आप कोई प्रोग्राम की बुकिंग करवाना चाहते है तो उसके लिए वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन बुक कर सकते है। बस आपको दिए गए फॉर्म में पूरी जानकारी भरना है। आपका प्रोग्राम बुक हो जायेगा।
आश्रम की शुरुआत कैसे हुयी
आश्रम के वर्त्तमान गुरु श्री Khshama Dev जी और वर्त्तमान निदेशक Guruman Dev जी है, जो की स्वर्गीय श्री विशाल देव जी के परम शिष्य है।
इन दोनों लोगो ने सांसारिक सुखो को त्याग कर अपना जीवन आश्रम को समर्पित कर दिया है। अब आइये जानते है की इसकी शुरुआत कैसे हुयी ।
एकबार स्वर्गीय श्री विशाल देव जी प्रवचन के लिए मुस्तफाबाद गए थे। वहा का वातावरण और आसपास की जगह उन्हें पसंद आयी।
और उन्होंने अपने शिष्यों Kshama Dev जी और Guraman Dev जी को यहाँ आश्रम बनाने के बारे में इच्छा जाहिर की।
तभी से दोनों शिष्यों ने आश्रम बनाने का प्रण लिया और आश्रम निर्माण की शुरुआत की। आज यह आश्रम एक सुन्दर और देखने योग्य जगह बन चुका है।
जहा बहुत सारे श्रद्धालु सत्संग प्रवचन के लिए आते रहते है। वैसे तो आश्रम में लगभग सभी सुविधाएं है लेकिन फिर भी इसको और बेहतर बनाने के लिए आश्रम का कार्य जोरो पर है।
आश्रम का वित्तीय श्रोत क्या है (Networth, Income)
आपको बता दे की आश्रम के सुचारु रूप से संचालन के लिए श्रद्धालु अपने क्षमता अनुसार दान करते है। इसके आलावा कभी कभी सरकार से भी donation मिलता है।
आश्रम के चल रहे कार्यो को समय पर पूरा करने के लिए Donation की आवश्यकता है। अगर आप भी इस पुर्ण्य कार्य का भागी बनाना चाहते है तो अपनी क्षमता के अनुसार डोनेशन कर सकते है।
आपको डोनेशन कैसे करना है , किस आकउंट में करना है यह सभी जानकरी आपको गुरु जी की वेबसाइट पर मिल जायेगा। वेबसाइट का डिटेल ऊपर पोस्ट में मैंने दे दिया है ।
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