निर्भया केश लड़ने वाली वकील | Seema Samridhi Kushwaha Advocate Biography Hindi

Seema Samridhi Kushwaha Advocate Biography Hindi सीमा कुशवाहा जीवन परिचय nirbhaya निर्भया

आजकल advocate Seema Kushwaha  एक सफल वकील रूप में पहचान बना चुकी है क्योकि इन्होंने कुछ ऐसा काम किया है की लोग कभी भूलने वाले नही है इन्होंने दिल्ली गैंगरेप में एपी सिंह के विरुद्ध केस पहली बार लड़ी और जीत भी हासिल की और करोडो लोगो के दिल में राज करने लगी

सीमा मध्यप्रदेश के इटावा जिले की रहने वाली है और इन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी वकालत की पढाई की और साथ में सिविल सर्विसेस की तैयारी भी कर रही थी ।

  • क्या है मामला पूरा मामला 

यह मामला दिल्ली गैंगरेप की है जो की 16 दिसम्बर की रात चलती बस में 6 दरिंदो ने निर्भया के साथ गैंग रैप किया था और बहुत ही बेहरमी ढंग से उनको घायल कर दिया निर्भया का नाम दामिनी था जो अभी निर्भया के नाम से जानी जाती है।

16 दिसम्बर की रात जब उसे घर में मन नहीं लग रहा था तो वो बाहर घूमने के लिए अपने दोस्त Awindra के साथ चली गई फिर दोनों ने Movie देखने का मन बना लिया लेकिन हालात कुछ ऐसे थे की उस दिन मार्किट बहुत भीड़ भाड़ चल रहा था तो उनको फ़िल्म की टिकिट नहीं मिल पा रही थी।

लेकिन कुछ समय बाद दोनों को बताया गया की शाम 6 बजे की टिकिट मिल सकती है तो दोनों ने फ़िल्म देखने का सोच लिया और 6 बजे का शो देखा उसके बाद रात के 9 बज गये थे लेकिन उनको घर तक जाने का साधन नहीं मिल पा रहा था ऑटो वाले भी नहीं आ रहे थे क्योकि वह थोडा आउट एरिया पड़ता था तो रात में साधन मिलना मुश्किल हो गया ।

फिर रात साढे 9 बजे उनके पास एक बस आया उन्होंने उनको उनके घर वाली साइड जाना है करके बोलकर बस में चढ़ा लिया है और बस में लगभग 6 आदमी बैठे थे जो ड्राईवर करके हो रहा था फिर उन दरिंदो ने उनके दोस्त को बांधकर बारी बारी से निर्भया का रैप किया ।

और इतना दरीदगी किया उनके प्राइवेट पार्ट में राड में डाल दिया जिससे निर्भया पूरी तरह से जख्मी हो गयी और ये बस दिल्ली में बार बार एक ही जगह पर घूमती रही और रैप का सिलसिला चलते रहा फिर कुछ देर बाद निर्भया और उसके दोस्त को रास्ते में फेक कर चले गये और रात काफी ज्यादा हो गई थी।

फिर निर्भया का पता चलने पर दिल्ली के अस्पताल में लाया गया लेकिन हालात बहुत नाजुक था उनकी तबियत और बिगड़ती जा रही थी और अंत में उन्हें सिंगापूर अस्पताल रिफर कराया गया फिर भी ठीक नहीं हो पाई और सिंगापूर में उनकी मृत्यु हो गई जिसे भारत लाया गया और सब लोग ये जान गए थे तो मामला एकदम भड़क सा गया था लोगो में बहुत गुस्सा चढ़ गया । इस तरह से मामला रहा जो की मैंने शॉर्ट में आपको बताया है ।

  • Seema Kushwaha Advocate केस का सिलसिला

ये मामला जब चल रहा था तो  seema kushwaha दिल्ली में अपनी ट्रेनिंग कर रही थी तो उनको ये पता चला तो दोषियों को कड़ी कड़ी सजा दिलाने का सोच लिया और निर्भया का केश ले लिया और यह केस उनकी पहली केश थी जिसमे वो सभी आरोपियों को फाँसी की तख्तो पर खड़ा किया ये केस बहुत दिनो तक टलता रहा जिसे आप भली भांति जानते है।

इस केश के विरुद्ध एपी सिंह लड़ रहे थे जो काफी सुर्ख़ियो में रहा कई बार उन्होंने तारीख को टालते जा रहा था और अन्ततः सीमा कुशवाहा और करोडो लोगो ने केश जीत लिया और फाँसी की ना टलने वाली तारीख तय हो गया इससे पहले 4 बार फाँसी की तारीख बदलते रहा और फिर 20 मार्च 2020 को सुबह 5:30 बजे ये तय हो गया की 4 आरोपी पवन , मुकेश, vinay और अक्षय को फाँसी होनी ही है और हो गई जिसमे सीमा कुशवाहा का बहुत बड़ा योगदान रहा है और 7 सालो तक ये केश बिना पैसे लडी।

इस तरह से Seema Kushwaha Advocate Biography का जीवन परिचय रहा कैसी लगी जानकारी हमें जरूर बताये और आपको क्या लगता है इस मामले के मे बारे में जरूर बताये।

आपका प्रेमपूर्वक धन्यवाद,

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